1 से ज्यादा Bank Account है आपके नाम तो सावधान! खराब हो सकता है CIBIL Score, और भी कई झमेले, जानिए ऐसा क्यों?
Written By: शुभम् शुक्ला
Thu, Sep 12, 2024 11:01 AM IST
तरुण एक IT प्रोफेशनल हैं और उन्होंने अपने 10 साल के करियर में 5 कंपनियां चेंज की. कंपनी बदलने पर सैलरी के लिए नए बैंक में नया अकाउंट खोला. नए अकाउंट तो खुलते गए, लेकिन पुराने अकाउंट बंद करना भूल गए. एक दिन तरुण को पता चला कि उनके किसी एक अकाउंट से धोखाधड़ी हो गई. ऐसा सिर्फ तरुण के साथ नहीं, बल्कि किसी के साथ भी हो सकता है. अगर एक से ज्यादा बैंक अकाउंट आपके नाम पर हैं. आप पर कई तरह के चार्ज बेवजह लग सकते हैं. वहीं, आपका CIBIL Score तक खराब हो सकता है. आइये जानते हैं एक से ज्यादा बैंक अकाउंट होने पर क्या नुकसान होता है.
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मिनिमम बैलेंस का झमेला
एक से ज्यादा बैंकों में अकाउंट होने से आपको बड़ा नुकसान हो सकता है. अपने हर अकाउंट को मेनटेन करने के लिए उसमें राशि का एक तय अमाउंट (Minimum Balance) रखना ही होता है. मतलब एक से ज्यादा अकाउंट होने से आपका बड़ा अमाउंट तो बैंकों में ही फंस जाएगा. उस राशि पर आपको ज्यादा से ज्यादा 4 से 5 फीसदी ही सालाना रिटर्न (Savings Bank account Interest rate) मिलता है. वहीं, अगर सेविंग अकाउंट में पैसे रखने के बजाए दूसरी योजनाओं में लगा दें तो आपको सालाना रिटर्न के तौर पर ज्यादा ब्याज मिलेगा.
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लगते हैं ये एक्स्ट्रा चार्जेज
कई अकाउंट होने से आपको सालाना मेंटनेंस फीस (Bank account maintainance free) और सर्विस चार्ज (Bank service charge) देने होते हैं. क्रेडिट (Credit card) और डेबिट कार्ड (Debit card) के अलावा अन्य बैंकिंग सुविधाओं के लिए भी बैंक आपसे पैसे चार्ज करता है. तो यहां भी आपको काफी पैसों का नुकसान उठाना पड़ता है.
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क्रेडिट स्कोर होता है खराब
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इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की रहती है नजर
ज्यादा बैंकों में अकाउंट होने से टैक्स जमा करते समय काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. कागजी कार्रवाई में भी ज्यादा माथापच्ची करनी पड़ती है. साथ ही इनकम टैक्स (ITR return file) फाइल करते समय सभी बैंक खातों से जुड़ी जानकारियां रखनी पड़ती है. अक्सर उनके स्टेटमेंट का रिकॉर्ड जुटाना काफी पेचीदा काम हो जाता है. सभी बैंकों की डीटेल नहीं देने पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की नजर में आ जाते हैं.
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